फाइनेंस क्या होता है? What is Meaning of Finance in hindi?
फाइनेंस क्या होता है? फाइनेंस एक बहुत ही महत्वपूर्ण क्षेत्र है जो हमारे जीवन को कई प्रकार से प्रभावित करता है। फाइनेंस हमे इंटरनेट, किताबो, समाचार पत्रो आदि में पढ़ने या सुनने के लिए मिलता है और वर्त्तमान समय में फाइनेंस बहुत चर्चा में है बहुत लोग फाइनेंस के बारे में बात करते है? आखिर वास्तव में फाइनेंस क्या है इस ब्लॉग में विस्तार से जानते है।
फाइनेंस क्या होता है?
फाइनेंस का अर्थ है “वित्त" और फाइनेंस का मतलब रुपयों के मैनेजमेंट से है फाइनेंस का प्रयोग आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए किया जाता है और फाइनेंस से ही बजट, ऋण, रुपयों और निवेश के सही निर्णय लिए जाते है।
किसी भी व्यवसाय को चलने के लिए, निवेश करने के लिए, भविष्य में रुपयों का प्रबंधन करने के लिए और रुपयों से सम्बंधित किसी भी कार्य को सही ढंग से करने के लिए फाइनेंस सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
फाइनेंस के प्रकार (Types of Finance)-
- व्यक्तिगत वित्त (Personal Finance)
- कंपनी वित्त (Corporate Finance)
- सार्वजनिक वित्त (Public Finance)
- व्यक्तिगत वित्त (Personal Finance)- व्यक्तिगत वित्त में किसी व्यक्ति या परिवार की वर्तमान स्तिथि का निरिक्षण करना तथा अल्पकालीन और दीर्घकालीन जरूरतों का पूर्व अनुमान लगाना और फाइनेंस के अनुसार जरूरतों को पूरा करने के लिए योजना बनाना है यह काफी हद तक व्यक्ति की कमाई और वित्तीय लक्ष्यों पर निर्भर करता है|
- कंपनी वित्त (Corporate Finance)-कंपनी वित्त में इक्विटी से लेकर ऋण तक अनेक प्रकार से फाइनेंस करते है कि कंपनी बाजार से कितने रूपये जूटा सकती है या बैंक से कितना ऋण कितने ब्याज पर प्राप्त कर सकती है और इन सब रुपयों का सही से प्रयोग करके कैसे ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सकती है|
- सार्वजनिक वित्त (Public Finance)- सार्वजनिक वित्त समाज में आर्थिक विकास और प्रगति के लिए होता है यह केंद्रीय सरकार, राज्य सरकार और स्थानीय स्वशासन द्वारा वित्त प्रबंधन किया जाता है बैंक बिमा कंपनी और अन्य सरकारों से उधार लेना और देना सार्वजनिक वित्त में मदद करता है। शिक्षा, स्वच्छता, परिवहन, बिजली, संचार, बंदरगाहों, हवाईअड्डा आदि का विकास सार्वजनिक वित्त द्वारा किया जाता है।
फाइनेंस के प्रमुख भाग-
फाइनेंस के कुछ प्रमुख भाग होते है जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए।
- संपत्ति (Asset)- संपत्ति का कुछ मूल्य होता है जैसे- कॅश, प्रॉपर्टी, आदि
- दायित्व (Liability)- दायित्व वर्तमान देनदारी या दीर्घकालीन देनदारी होती है जैसे- ऋण
- बैलेंस शीट (Balance sheet)- बैलेंस शीट एक दस्तावेज होता है जिसमे कंपनी की संपत्ति और देनदारी को एक साथ दर्शाया जाता है|
- नकदी प्रवाह (Cash Flow)- व्यवसाय और निजी कॅश का आना जाना ही नकदी प्रवाह होता है|
- इक्विटी (Equity)- इक्विटी का अर्थ होता है- मालिकाना हक| स्टॉक या शेयर को इक्विटी कहा जाता है|
- तरलता (Liquidity)- तरलता का अर्थ है की किसी भी सम्पत्ति को कितनी जल्दी नकदी में बदला जा सकता है|
- मुनाफ़ा (Profit)- सभी खर्चो का भुगतान करने के बाद बचा हुआ पैसा ही मुनाफा होता है यह लाभ हानि खाते से पता चलता है|
- चक्रवृद्धि ब्याज (Compound interest)- मूलधन में बार बार ब्याज को जोड़ना ही चक्रवृद्धि ब्याज होता है|
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